Day: April 29, 2020

चींटी की भूमिका

चने की दाल का दाना तोते की चोंच से छूट कर खूंटे की दराज में गिर गया । तोता बढ़ई… Read More

4 years ago

।। धर्म ।।

धर्म का सवाल मूल रूप से व्यष्टि और समष्टि के सम्बन्ध का प्रश्न है ! व्यष्टि और समष्टि के बीच… Read More

2 years ago

साकार कि निराकार

(धर्म-कर्म, पांचवी कहानी) गाड़ी सरपट दौड़े जा रही थी, पता नहीं कब आंख लग गई और हम सब गहरी नींद… Read More

2 years ago

“देवशयनी-एकादशी”

आज देव-शयनी एकादशी है। मान्यता है कि इस दिन कल्याण करने वाले भगवान विष्णु चार माह के लिये दैत्य-राज बलि… Read More

3 years ago

भैरव-जयंती (भैरवाष्टमी विशेष)

!! श्री भगवत्या: राजराजेश्वर्या: !! महाकाल-भैरव को भगवान शंकर का पूर्ण रूप माना गया है। भगवान शंकर के इस अवतार… Read More

3 years ago

सृजन

हमारे पड़ौस में राजवंशी साहब रहते हैं । बेटे की सगाई हुई तो एक मंजिला मकान को दो मंजिला करने… Read More

4 years ago

अनन्त चतुर्दशी व गणपति विसर्जन

अनन्त चतुर्दशी भाद्रपद में शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि को अनन्त चतुर्दशी या अनन्त-चौदस होती है व इसी दिन आमजन… Read More

4 years ago

श्रीगणेश

'ॐ गं गणपतये नमः' गजानन | गणनायक | गणपति | विनायक | लंबोदर | अंबिकेय | आदिपूज्य | उमासुत |… Read More

4 years ago

श्रीकृष्ण – द्वितीय भाग

श्रीकृष्ण कौन हैं ?स्वयं उनहोंने अपने बारे में श्रीमद्भगवत्-गीता के दसवें अध्याय में वर्णित किया है, आइये उसे जानते हैं… Read More

4 years ago

“राम-राज”

(राम-राज कैसा होता है, गोस्वामी तुलसीदास जी ने बखूबी लिखा है) राम राज बैठे त्रैलोका।हरषित भए गए सब सोका।। बयरु… Read More

4 years ago

रक्षा-बंधन

रक्षाबंधन के पावन-पर्व की हार्दिक शुभकामनायें। आगामी सोमवार, 3 अगस्त 2020 को श्रावणी पूर्णिमा के दिन रक्षाबंधन का पर्व हर्षोल्लास… Read More

4 years ago

!!! देवशयनी-एकादशी!!!

(देवशयनी-एकादशी, आषाढ़ी-एकादशी, पद्मा-एकादशी और हरि-शयनी एकादशी) आज के दिन भगवान श्रीहरि विष्णु क्षीरसागर में योगनिद्रा में चले जाएंगेअगले चार महीने… Read More

4 years ago

आत्महत्या (अन्तिम-भाग)

रेलगाड़ी ने अब पूर्णतः गति पकड़ ली थी, बस नींद ही नहीं आ रही थी । आत्महत्या, उसके कारण व… Read More

4 years ago

धर्म-कर्म – (चौथी कहानी)

आत्महत्या - भाग - 2 अब रेलगाड़ी खिसकी तो हम अपनी-अपनी सीट पर जाने लगे। वो बोला "नींद ना रही… Read More

4 years ago

धर्म-कर्म (चौथी कहानी)

"आत्महत्या" - भाग -1 रेलगाड़ी रफ्तार पकड़ चुकी थी, रात भी चरम पर थी । अलसाई आँखों में नींद आने… Read More

4 years ago

दो लघुकथाएं | Two Stories

मच्छर सारा जंगल साँय-साँय कर रहा था । सभी जीव- जन्तु ,पशु-पक्षी गहरी नींद में सो रहे थे । जंगल… Read More

4 years ago

सत्ता की प्रकृति ही मद है

देवराज इन्द्र सत्ता के नशे में था ,त्रिशिर नाम के एक मेधावी को मार डाला ।देवगण के बीच आक्रोश बढ़… Read More

4 years ago

धर्म | Dharma

धर्म धर्म का सवाल मूल रूप से व्यष्टि और समष्टि के सम्बन्ध का प्रश्न है ! व्यष्टि और समष्टि के… Read More

4 years ago

देवर्षि नारद ! Devaarishi Narad !

देवर्षि नारद ! (नारद मुनि, हिन्दु शास्त्रों के अनुसार, ब्रह्मा के छः पुत्रों में से छठे है। उन्होने कठिन तपस्या से ब्रह्मर्षि पद… Read More

4 years ago

हमसफ़र | Companion

रेल पटरी पर जिन्दगी की तरह सरपट दौड़ रही थी और हम अपनी-अपनी सीट पर लेट रहे थे। अंधेरा घिर… Read More

4 years ago

सनातनधर्म ! | Sanatana-Dharma !

धर्म क्या है ?इस सवाल को लेकर बहुत ऊहापोह चलता रहता है।अनेक प्रकार के विवाद भी होते हैं।लेकिन भारत के… Read More

4 years ago

कुबेर

दिल्ली के रिजर्वबैंक-भवन के मुख्यद्वार पर एक ओरलक्ष्मी की विशाल प्रतिमा है और दूसरी ओर यक्षराज कुबेर की ।कौटिल्य ने… Read More

4 years ago

महाग्रंथ-महाभारत के बारे में एक मिथक – भाग 5

"द्रौपदी- महाभारत की अप्रतिम योद्धा" द्रौपदी, यकीनन महाग्रंथ-महाभारत की सबसे महत्वपूर्ण नारी ! उनसे हमें क्या शिक्षा मिलती है ?… Read More

4 years ago

“मजबूरी का पिता”

धर्म-कर्म - भाग- 2 हम दोनों साइड-लोअर सीट पर बैठे बात कर रहे थे । अब गाड़ी स्टेशन पर रूकने… Read More

4 years ago

जैसी दृष्टि – वैसी सृष्टि

एक राजा को राज भोगते काफी समय हो गया था । बाल भी सफ़ेद होने लगे थे । एक दिन… Read More

4 years ago

भक्त प्रह्लाद का विद्रोह

प्रह्लाद की कहानी- निरंकुश राज्य के प्रति विद्रोह की कहानी है ! "हिरण्यकशिपू राजन्नजेयमजरामरम्‌ !आत्मानम्प्रतिद्वन्द्वमेकराजं व्यधित्सत !" - भागवत ७-३-१… Read More

4 years ago

टोटम: गणगोत्र

एक युग था, तब वर्ण नहीं था, जाति नहीं थी, कबीले थे। किसी का गणगोत्र [ totem ] नाग था,… Read More

4 years ago

!!!—: मदालसा की लोरी :—!!!

महारानी मदालसा ने अपने ६ पुत्रों को वैराग्य की लोरी सुना-सुनाकर साधु बना दिया । महाराजा के निवेदन पर अपने… Read More

4 years ago

क्रोध नाम का पिशाच

एक बार बलराम, कृष्ण और सात्यकि किसी वन में थे। रात्रि हो गयी ।उन्होंने तय किया कि बारी-बारी से एक… Read More

4 years ago

परशुराम – एक युग-पुरुष

"ॐ जामदग्न्याय विद्महे महावीराय धीमहि, तन्नोपरशुराम: प्रचोदयात्।" अक्षय-तृतीया के शुभ दिन जन्मे महर्षि जमदग्नि व रोहिणी के पांचवे पुत्र 'राम'… Read More

4 years ago

श्री श्रीविद्या (एक सूक्ष्म परिचय)

🙏श्री भगवत्या: राजराजेश्वर्या:🙏 श्री श्रीविद्या (एक सूक्ष्म परिचय)———————————— माँ श्री बाला त्रिपुर-सुन्दरी मां भगवती का बाला सुंदरी स्वरुप है ।‘दस… Read More

4 years ago

शिव- भारत का लोकमन

शिव- भारत का लोकमन शिव तो भारत का लोकमन हैं, वह आर्य भी है ,अनार्य भी है , वह द्रविड… Read More

4 years ago

ईश्वर की परिभाषा

ईश्वर की परिभाषा आप उसे कल्पना कहते हैं, तब उसका अर्थ कुछ और हो जाता है । लोकजीवन में विद्यमान… Read More

4 years ago

महाग्रंथ- महाभारत के बारे में एक मिथक – भाग 4 । A myth about the Epic Mahabharata – Part 4

महाग्रंथ- महाभारत के बारे में एक मिथक – भाग 4 मन में दो प्रवृत्ति हैं१. कौरव२. पांडव>>कौरव कहते हैं कि… Read More

4 years ago

महाग्रंथ- महाभारत के बारे में एक मिथक – भाग 3 । A myth about the Epic Mahabharata – Part 3 ।

महाग्रंथ- महाभारत के बारे में एक मिथक - भाग 3 सभी जानते हैं कालान्तर में महाभारत युद्ध के पश्चात् विजय… Read More

4 years ago

महाग्रंथ- महाभारत के बारे में एक मिथक | A myth about the Epic Mahabharata – Part 2

महाग्रंथ- महाभारत के बारे में एक मिथक "यो विद्याच्चतुरो वेदान् साङ्गोपनिषदो द्विजः ।न चाख्यानमिदं विद्यान्नैव स स्याद् विचक्षणः ।।अर्थशास्त्रमिदं प्रोक्तं… Read More

4 years ago

वैशाखी पर्व | Baisakhi

वैशाखी पर्व मूलतः दो कारणों से प्रतिष्ठित है । एक तो फसल कटाई का समय होता है,जिससे हमारे अन्नदाता-किसान हर्षोल्लास… Read More

4 years ago

'कोरोना-वाइरस' श्रीभगवान् की प्रत्यक्षता देखा प्रभाव प्रभु-चमत्कार का । टूटा दर्पण अहंकार का ।। साधन सम्प्रभुता के बल पर, रहे… Read More

4 years ago

आस मैया की जय!

चार बुढिया थीं। उनमें विवाद का विषय था कि हम में बङी कौन है? जब वे बहस करते-करते थक गयीं… Read More

4 years ago

धर्म-कर्म | Dharm Karm

धर्म-कर्म ट्रेन में सफर करते वक्त पास बैठे यात्री ने पूछा- "तुम्हारा धर्म क्या है ?"मैंने पूछा-"कब ?"उसने कहा -… Read More

4 years ago

महाग्रंथ- महाभारत के बारे में एक मिथक | A myth about the Epic Mahabharata

महाभारत महाभारत, एक महाग्रंथ, जिसके बारे में मिथक है कि जो इसे सुनता या पढ़ता है वह गृह-क्लेश से घिर… Read More

4 years ago

श्री हनुमते नमः | Om Shri Hanumate Namah

ॐ नमो हनुमते उर्ध्वमुखाय हयग्रीवाय रुं रुं रुं रुं रुं रूद्रमूर्तये प्रयोजन निर्वाहकाय स्वाहा || अंजनीगर्भसम्भूताय कपीन्द्र सचिवोत्तम रामप्रिय नमस्तुभ्यं… Read More

4 years ago

।। श्रीकृष्ण:शरणं मम ।।

'पिबत भागवतं रसमालयम्' भक्तिं मुहुः प्रवहतां त्वयि मे प्रसङ्गो,भूयादनन्त महताममलाशयानाम् ।येनाञ्जसोल्बणमुरुव्यसनं भवाब्धिं,नेष्ये भवद्गुणकथामृतपानमत्तः॥।श्रीमद्भा० ४।९।११ 'हे अनन्त परमात्मन् ! मुझे आप… Read More

4 years ago

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