एक राजा को राज भोगते काफी समय हो गया था । बाल भी सफ़ेद होने लगे थे । एक दिन… Read More
धर्म का सवाल मूल रूप से व्यष्टि और समष्टि के सम्बन्ध का प्रश्न है ! व्यष्टि और समष्टि के बीच… Read More
(धर्म-कर्म, पांचवी कहानी) गाड़ी सरपट दौड़े जा रही थी, पता नहीं कब आंख लग गई और हम सब गहरी नींद… Read More
आज देव-शयनी एकादशी है। मान्यता है कि इस दिन कल्याण करने वाले भगवान विष्णु चार माह के लिये दैत्य-राज बलि… Read More
!! श्री भगवत्या: राजराजेश्वर्या: !! महाकाल-भैरव को भगवान शंकर का पूर्ण रूप माना गया है। भगवान शंकर के इस अवतार… Read More
अनन्त चतुर्दशी भाद्रपद में शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि को अनन्त चतुर्दशी या अनन्त-चौदस होती है व इसी दिन आमजन… Read More
श्रीकृष्ण कौन हैं ?स्वयं उनहोंने अपने बारे में श्रीमद्भगवत्-गीता के दसवें अध्याय में वर्णित किया है, आइये उसे जानते हैं… Read More
रक्षाबंधन के पावन-पर्व की हार्दिक शुभकामनायें। आगामी सोमवार, 3 अगस्त 2020 को श्रावणी पूर्णिमा के दिन रक्षाबंधन का पर्व हर्षोल्लास… Read More
(देवशयनी-एकादशी, आषाढ़ी-एकादशी, पद्मा-एकादशी और हरि-शयनी एकादशी) आज के दिन भगवान श्रीहरि विष्णु क्षीरसागर में योगनिद्रा में चले जाएंगेअगले चार महीने… Read More
रेलगाड़ी ने अब पूर्णतः गति पकड़ ली थी, बस नींद ही नहीं आ रही थी । आत्महत्या, उसके कारण व… Read More
आत्महत्या - भाग - 2 अब रेलगाड़ी खिसकी तो हम अपनी-अपनी सीट पर जाने लगे। वो बोला "नींद ना रही… Read More
"आत्महत्या" - भाग -1 रेलगाड़ी रफ्तार पकड़ चुकी थी, रात भी चरम पर थी । अलसाई आँखों में नींद आने… Read More
मच्छर सारा जंगल साँय-साँय कर रहा था । सभी जीव- जन्तु ,पशु-पक्षी गहरी नींद में सो रहे थे । जंगल… Read More
देवराज इन्द्र सत्ता के नशे में था ,त्रिशिर नाम के एक मेधावी को मार डाला ।देवगण के बीच आक्रोश बढ़… Read More
धर्म धर्म का सवाल मूल रूप से व्यष्टि और समष्टि के सम्बन्ध का प्रश्न है ! व्यष्टि और समष्टि के… Read More
देवर्षि नारद ! (नारद मुनि, हिन्दु शास्त्रों के अनुसार, ब्रह्मा के छः पुत्रों में से छठे है। उन्होने कठिन तपस्या से ब्रह्मर्षि पद… Read More
रेल पटरी पर जिन्दगी की तरह सरपट दौड़ रही थी और हम अपनी-अपनी सीट पर लेट रहे थे। अंधेरा घिर… Read More
धर्म क्या है ?इस सवाल को लेकर बहुत ऊहापोह चलता रहता है।अनेक प्रकार के विवाद भी होते हैं।लेकिन भारत के… Read More
"द्रौपदी- महाभारत की अप्रतिम योद्धा" द्रौपदी, यकीनन महाग्रंथ-महाभारत की सबसे महत्वपूर्ण नारी ! उनसे हमें क्या शिक्षा मिलती है ?… Read More
धर्म-कर्म - भाग- 2 हम दोनों साइड-लोअर सीट पर बैठे बात कर रहे थे । अब गाड़ी स्टेशन पर रूकने… Read More
प्रह्लाद की कहानी- निरंकुश राज्य के प्रति विद्रोह की कहानी है ! "हिरण्यकशिपू राजन्नजेयमजरामरम् !आत्मानम्प्रतिद्वन्द्वमेकराजं व्यधित्सत !" - भागवत ७-३-१… Read More
एक युग था, तब वर्ण नहीं था, जाति नहीं थी, कबीले थे। किसी का गणगोत्र [ totem ] नाग था,… Read More
चने की दाल का दाना तोते की चोंच से छूट कर खूंटे की दराज में गिर गया । तोता बढ़ई… Read More
महारानी मदालसा ने अपने ६ पुत्रों को वैराग्य की लोरी सुना-सुनाकर साधु बना दिया । महाराजा के निवेदन पर अपने… Read More
एक बार बलराम, कृष्ण और सात्यकि किसी वन में थे। रात्रि हो गयी ।उन्होंने तय किया कि बारी-बारी से एक… Read More
"ॐ जामदग्न्याय विद्महे महावीराय धीमहि, तन्नोपरशुराम: प्रचोदयात्।" अक्षय-तृतीया के शुभ दिन जन्मे महर्षि जमदग्नि व रोहिणी के पांचवे पुत्र 'राम'… Read More
🙏श्री भगवत्या: राजराजेश्वर्या:🙏 श्री श्रीविद्या (एक सूक्ष्म परिचय)———————————— माँ श्री बाला त्रिपुर-सुन्दरी मां भगवती का बाला सुंदरी स्वरुप है ।‘दस… Read More
शिव- भारत का लोकमन शिव तो भारत का लोकमन हैं, वह आर्य भी है ,अनार्य भी है , वह द्रविड… Read More
ईश्वर की परिभाषा आप उसे कल्पना कहते हैं, तब उसका अर्थ कुछ और हो जाता है । लोकजीवन में विद्यमान… Read More
महाग्रंथ- महाभारत के बारे में एक मिथक – भाग 4 मन में दो प्रवृत्ति हैं१. कौरव२. पांडव>>कौरव कहते हैं कि… Read More
महाग्रंथ- महाभारत के बारे में एक मिथक - भाग 3 सभी जानते हैं कालान्तर में महाभारत युद्ध के पश्चात् विजय… Read More
महाग्रंथ- महाभारत के बारे में एक मिथक "यो विद्याच्चतुरो वेदान् साङ्गोपनिषदो द्विजः ।न चाख्यानमिदं विद्यान्नैव स स्याद् विचक्षणः ।।अर्थशास्त्रमिदं प्रोक्तं… Read More
वैशाखी पर्व मूलतः दो कारणों से प्रतिष्ठित है । एक तो फसल कटाई का समय होता है,जिससे हमारे अन्नदाता-किसान हर्षोल्लास… Read More
चार बुढिया थीं। उनमें विवाद का विषय था कि हम में बङी कौन है? जब वे बहस करते-करते थक गयीं… Read More
धर्म-कर्म ट्रेन में सफर करते वक्त पास बैठे यात्री ने पूछा- "तुम्हारा धर्म क्या है ?"मैंने पूछा-"कब ?"उसने कहा -… Read More
महाभारत महाभारत, एक महाग्रंथ, जिसके बारे में मिथक है कि जो इसे सुनता या पढ़ता है वह गृह-क्लेश से घिर… Read More
ॐ नमो हनुमते उर्ध्वमुखाय हयग्रीवाय रुं रुं रुं रुं रुं रूद्रमूर्तये प्रयोजन निर्वाहकाय स्वाहा || अंजनीगर्भसम्भूताय कपीन्द्र सचिवोत्तम रामप्रिय नमस्तुभ्यं… Read More
'पिबत भागवतं रसमालयम्' भक्तिं मुहुः प्रवहतां त्वयि मे प्रसङ्गो,भूयादनन्त महताममलाशयानाम् ।येनाञ्जसोल्बणमुरुव्यसनं भवाब्धिं,नेष्ये भवद्गुणकथामृतपानमत्तः॥।श्रीमद्भा० ४।९।११ 'हे अनन्त परमात्मन् ! मुझे आप… Read More
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